छत्तीसगढ़/कोरबा ब्यूरो:- बालको उरगा बायपास मार्ग पर नकटीखार गांव के समीप एक दर्दनाक हादसे ने इलाके के ग्रामीणों को आक्रोशित कर दिया। सुबह एक बाइक सवार युवक, जोकि राखड़ से भरे एक तेज रफ्तार हाईवा के नीचे आ गया, गंभीर दुर्घटना का शिकार होते-होते बचा। देवयोग से युवक की जान बच गई, लेकिन इस घटना ने ग्रामीणों और राहगीरों के धैर्य को तोड़ दिया, जिसके चलते उन्होंने सड़क पर चक्का जाम कर दिया।
सड़क के दोनों ओर लगभग 3 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। यह चक्का जाम कोरबा के सिविल लाइन थाना अंतर्गत नकटीखार गांव के मुख्य मार्ग पर हुआ, जहां पहले से ही राखड़ भरे ट्रकों के कारण प्रदूषण और दुर्घटनाओं से लोग परेशान थे।
घटना में शामिल बाइक सवार वेद प्रकाश सोनी, जो कि एक कॉलेज के प्रोफेसर हैं, के साथ हुए हादसे ने ग्रामीणों को और उग्र कर दिया। पहले भी कई बार इन ट्रकों के कारण हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
ग्रामीणों का आक्रोश और मांगें
ग्रामीणों ने कहा कि इन भारी वाहनों के कारण सड़क पर दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। कई लोगों की जान जा चुकी है, और हर बार दुर्घटना के बाद चक्का जाम कर आश्वासन तो मिलता है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं होता। ग्रामीणों की प्रमुख मांगें हैं कि इस क्षेत्र में ब्रेकर बनाए जाएं और भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया जाए।
प्रशासनिक हस्तक्षेप
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने ग्रामीणों को चक्का जाम समाप्त करने के लिए राजी करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण तब तक अपनी मांगों पर अड़े रहे जब तक कि उन्हें ठोस आश्वासन नहीं मिला।यह घटना केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि क्षेत्र में व्याप्त यातायात अव्यवस्था और प्रशासनिक अनदेखी के खिलाफ ग्रामीणों का एक विरोध प्रदर्शन है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, वे इसी तरह आवाज उठाते रहेंगे।